Numerology Kya Hoti Hai? Janiye Numerology Ke Baare Mein? अंक विज्ञान - Numerology Numerology Kya Hoti Hai? Janiye Numerology Ke Baare Mein? भारतीय ज्योतिष में मूल रुप से ९ ग्रहों को ही प्रधानता दी गई है, अतः अंक विद्या में भी प्रथम ९ अंको की ही प्रधानता मानी जाती है | इसके पश्चात् के अंक सयुक्त संख्या के रुप में माने जाते है | एक से नौ तक के अंक मूलांक कहलाते है | मूलांक १, २, ३, और ४ इसको वृहद् मूलांक तथा शेष ५, ६, ७, ८ और ९ पांच मूलान्को को लघु मूलांक कहते है | अंक विज्ञान विश्व का सर्वाधिक प्राचीन एवं नवीनतम विज्ञानं है | प्राचीन इसलिए कि भारतीयों ऋषियों विज्ञानविदों एवं भविष्यवेताओ को इसका ज्ञान था और नवीनतम इसलिए की जिस रुप में आजकल इसका प्रयोग किया जा रहा है उसके अनुसार यह प्राचीन पद्धति से हटकर अपनी एक नवीन सत्ता के साथ आगे बढ़ रहा है | इसका अध्ययन करने के लिए मस्तिष्क का संतुलन परमावश्यक है | आप इसमें जातक के सुख-दुःख और तीनो काल को समेटे हुए है वैसे सारे शास्त्र(ज्योतिषशास्त्र, रमलशास्त्र,टेरोकार्ड, सामुद्रिकशास्त्र या अंक...
मैं सुनील नाथ झा, एक ज्योतिषी, अंकशास्त्री, हस्तरेखा विशेषज्ञ, वास्तुकार और व्याख्याता हूं। मैं 1998 से ज्योतिष, अंक ज्योतिष, हस्तरेखा विज्ञान, वास्तुकला की शिक्षा और अभ्यास कर रहा हूं | मैंने राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान तथा लखनऊ विश्वविद्यालय में अध्यापन कार्य | मैंने वास्तुकला और ज्योतिष नाम से संबंधित दो पुस्तकें लिखी हैं -जिनके नाम "वास्तुरहस्यम्" और " ज्योतिषतत्त्वविमर्श" हैं | मैंने दो पुस्तकों का संपादन किया है - "संस्कृत व्याकर-सारः" और "ललितासहस्रनाम" |