सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

संदेश

मई, 2025 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

आपका लग्न, भावों और राशियों का अद्भुत समन्वय: ज्योतिषीय दृष्टिकोण

आपका लग्न, भावों और राशियों का अद्भुत समन्वय: ज्योतिषीय दृष्टिकोण  आपका लग्न , भावों और राशियों के सम्बन्ध है आकाशस्थ भचक्र को द्वादश भावों में बाँट कर प्रत्येक भाग को मेषादि द्वादश राशि माना गया | उन द्वादश राशियों का गुण दोष का विवेचन कर ग्रहों के साथ समन्वय करके उनके अनुसार भावों का स्वामी ग्रहों का निर्देशन किया गया | लग्न भाव यानि जन्म के समय क्रान्ति मण्डल का जो भाग क्षितिज में संलग्न हो वही हो और कोई ;- चन्द्र लग्नं शरीरं स्यात् , लग्नं स्यात् प्राण संज्ञकम् |  ते  उमेसंपरिक्ष्यैव   सर्वं  नाड़ी   फलम्स्मृतम्   ||     अर्थात् चन्द्र लग्न शरीर है, लग्न प्राण है, सूर्य लग्न आत्मा होता है | सुदर्शन चक्र से परिचय और नवमांश कुण्डली से जीवन जिया जाता जिसका सम्यक विचार करने के बाद ही कुण्डली का फल कहना चाहिए | भावादि की गणना में भी इन लग्नों को स्थान देना चाहिए तथा इससे भी वे विचार करने चाहिए जो लग्न से किये जाते है | उन द्वादश राशियों का गुण दोष का विवेचन कर ग्रहों के साथ समन्वय करके उनके अनुसार भावों का स्वामी ग्रहों का निदर्शन किया गया | ...